2 बड़े रेलवे स्टेशनों के नाम बदले, अब जल्द होगा लागू! जानें नए नाम IRCTC New Update 2025

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2025 में रेलवे ने दो बड़े रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का ऐलान किया है। ये बदलाव जल्दी लागू होंगे और यात्रियों व स्थानीय लोगों में काफी चर्चा का विषय हैं। इस लेख में जानिए कौन-से दो बड़े स्टेशन हैं, उनके नए नाम क्या हैं, और ये प्रक्रिया आधिकारिक रूप से कैसे हुई।

रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की प्रक्रिया

भारत में रेलवे स्टेशनों के नाम बदलना एक बड़ा प्रशासनिक फैसला है। ये बदलाव राज्य सरकार की सिफारिश, केंद्र सरकार की मंजूरी और अंत में रेलवे की अधिसूचना के बाद होता है। 2025 में भारतीय रेलवे ने महाराष्ट्र के उस्मानाबाद और अहमदनगर रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का फैसला किया। ये कदम अब जनहित में लागू होने जा रहा है.

नए नाम का असर यात्रियों, ट्रेनों के संचालन और जन-सुविधाओं पर भी दिखेगा। वास्तविक नाम परिवर्तन से पहले PRS (Passenger Reservation System) सिस्टम को अपडेट किया गया, जिससे टिकटों, बोर्ड, घोषणाओं और सरकारी रिकॉर्ड में नया नाम दिखने लगा.

IRCTC New Update 2025: 2 मुख्य रेलवे स्टेशनों के नए नाम

2025 के इस बड़े अपडेट के तहत दो रेलवे स्टेशनों के नाम बदले गए हैं:

  1. उस्मानाबाद रेलवे स्टेशन: अब इसे “धाराशिव रेलवे स्टेशन” नाम से जाना जाएगा।
  2. अहमदनगर रेलवे स्टेशन: अब इसका नाम “अहिल्यानगर रेलवे स्टेशन” रखा गया है।

ये बदलाव सरकार की अधिसूचना और रेलवे के आधिकारिक आदेशों के आधार पर लागू किए गए हैं.

नाम बदलाव की आधिकारिक जानकारी

  • नाम बदलने की प्रक्रिया के तहत रेलवे स्टेशन का नया नाम (हिंदी, मराठी और इंग्लिश) सभी बोर्ड, साइन और घोषणाओं में अपडेट किया जा रहा है।
  • पीआरएस सिस्टम (यात्री आरक्षण प्रणाली) को अपडेट करने के लिए कुछ समय के लिए सर्विस भी बंद रखी गई थी।
  • यात्रियों और आम जनता को इस नाम परिवर्तन की जानकारी दी गई है.

रेलवे स्टेशन नाम परिवर्तन 2025 – योजना का ओवरव्यू टेबल

विशेषताजानकारी
योजना का उद्देश्यस्टेशन का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक नामकरण
जुड़े राज्यमहाराष्ट्र
पहला स्टेशन (पुराना नाम)उस्मानाबाद रेलवे स्टेशन
पहला स्टेशन (नया नाम)धाराशिव रेलवे स्टेशन
दूसरा स्टेशन (पुराना नाम)अहमदनगर रेलवे स्टेशन
दूसरा स्टेशन (नया नाम)अहिल्यानगर रेलवे स्टेशन
बदलने की तारीख (अधिसूचना)मई-जून 2025 (उस्मानाबाद), सितम्बर 2025 (अहमदनगर)
मुख्य कारणऐतिहासिक, सांस्कृतिक महत्त्व, स्थानीय मांग
जिम्मेदार विभागकेंद्रीय रेलवे, भारत सरकार
प्रक्रियाराज्य सरकार प्रस्ताव, केंद्र सरकार मंजूरी, रेलवे अधिसूचना

नए नाम की मुख्य बातें और जनता पर असर

  • धाराशिव रेलवे स्टेशन (पहले उस्मानाबाद):
    • नाम बदलकर धाराशिव किया गया, जिससे क्षेत्र के लोगों को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक गर्व महसूस हो।
    • स्टेशन कोड अब DRSV (पहले UMD) हो गया है.
    • सभी जरूरी सरकारी दस्तावेज़, टिकट और साइनबोर्ड को नए नाम के अनुसार बदल दिया गया है।
  • अहिल्यानगर रेलवे स्टेशन (पहले अहमदनगर):
    • पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर की 300वीं जयंती पर जिले और स्टेशन का नाम बदला गया.
    • स्थानीय संगठनों और नागरिकों द्वारा लंबे समय से नाम बदलने की मांग की जा रही थी।
    • नए नाम की घोषणा केंद्रीय गृह मंत्रालय और महाराष्ट्र सरकार की अनुशंसा पर हुई है.

स्टेशन नाम बदलने से जुड़े लाभ

  • सांस्कृतिक पहचान: स्थानीय लोगों को अपने इतिहास और संस्कृति पर गर्व महसूस होगा।
  • तकनीकी अपडेट: रेलवे टिकट प्रणाली और घोषणाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी।
  • औपचारिकता/संपत्तियों का मिलान: सरकारी कागजों और रिकॉर्ड में नाम समानता हो जाएगी।
  • यात्रियों की सुविधा: भ्रम की स्थिति कम होगी, और यात्रियों को सही लोकेशन की पहचान में आसानी रहेगी।

स्टेशनों के नाम बदलने की प्रक्रिया (Step-Wise)

  • राज्य सरकार द्वारा केंद्र गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा जाता है।
  • गृह मंत्रालय से NOC मिलने के बाद रेलवे मंत्रालय से मंजूरी मिलती है।
  • रेलवे बोर्ड अधिसूचना जारी करता है।
  • स्टेशन का नाम रेलवे रिकॉर्ड और साइनबोर्ड में आधिकारिक तौर पर बदल दिया जाता है।

जनता की राय और सामाजिक चर्चा

  • बहुत से नागरिकों और संगठनों ने बदलाव का स्वागत किया।
  • कुछ जगह पर अदालती याचिकाएं और चर्चा भी हुईं, लेकिन आखिर में बदलाव लागू कर दिया गया.
  • यात्रियों के लिए समय पर सूचनाएं जारी की गई हैं, जिससे ट्रेनों की यात्रा में कोई परेशानी न हो।

उपयोगकर्ताओं के लिए जरूरी निर्देश

  • टिकट बुकिंग: नए नाम पर टिकट खोजते समय updated name/code का इस्तेमाल करें।
  • इमरजेंसी और सूचना: रेलवे की ओर से चल रही घोषणाएं सुनें और नए बोर्ड देखें।
  • APP/IRCTC अपडेट: ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म में नाम बदल गया है, इसलिए पुराने नाम से नहीं मिल पाए तो नए नाम की खोज करें।

निष्कर्ष

2025 के इस रेलवे अपडेट के अनुसार, उस्मानाबाद अब धाराशिव और अहमदनगर अब अहिल्यानगर के नाम से जाना जाएगा। ये दोनों नाम देश की संस्कृति, इतिहास और स्थानीय भावनाओं का सम्मान करते हैं। रेलवे देशभर में ऐसे सुधार और बदलाव समय-समय पर करता रहता है जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके.

Disclaimer:

यह जानकारी केवल भारत सरकार और भारतीय रेलवे की आधिकारिक अधिसूचना एवं वेबसाइट पर आधारित है। दोनों ही रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की प्रक्रिया वास्तविक और सरकारी स्तर पर लागू हो चुकी है। अफवाहों या अफिशल नोटिफिकेशन के बिना कोई अन्य सूची या नाम ना मानें — हमेशा केवल सरकारी सूचना ही अंतिम मानी जाएगी.

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