सरकार ने अगस्त 2025 में स्कूल और कॉलेजों की छुट्टियों को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए विभिन्न राज्यों की सरकारों ने स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। इन आदेशों का मकसद छात्रों, शिक्षकों और स्कूल स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करना है ताकि वे असुरक्षित मौसम की परेशानियों से बच सकें।
ये छुट्टियां स्थानीय प्रशासन द्वारा तत्काल प्रभाव से लागू की गई हैं। इस आदेश के तहत अगस्त के अंत तक कई राज्यों में स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। यह कदम मुख्य रूप से उत्तर भारत के राज्यों हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भारी बारिश की वजह से उठाया गया है।
इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि पढ़ाई का नुकसान न हो। सरकार ने इन बंदिशों के चलते छात्रों और उनके परिवार वालों को भी सहयोग और समझदारी दिखाने को कहा है।
School College Holiday News: New Update
सरकार ने अगस्त 2025 में भारी बारिश और बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश तुरंत जारी किया है। यह आदेश केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा मनाए गए हैं और सभी सरकारी, सहायता प्राप्त एवं निजी शैक्षणिक संस्थानों पर लागू हैं। खासतौर पर उन इलाकों में जहां भारी बारिश और जलभराव ने हालात को खतरनाक बना दिया है, वहां स्कूल-कॉलेजों को 7 सितंबर 2025 तक बंद रखने की घोषणा की गई है।
इस दौरान छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। हिमाचल प्रदेश और पंजाब सरकार ने तो 7 सितंबर तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। जम्मू संभाग में भी विशेष सुरक्षा कारणों से 30 अगस्त तक स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। इन आदेशों के तहत स्कूल प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऑनलाइन क्लासेस के जरिए पढ़ाई जारी रखें, जहां कनेक्टिविटी की सुविधा हो।
इस ऐलान का मकसद केवल मानसून के दौरान छात्रों की सुरक्षा नहीं है, बल्कि इसे शिक्षा में लगातारता बनाए रखने वाला भी कदम माना जा रहा है। सरकारी आदेशों में स्पष्ट कहा गया है कि शिक्षा का नुकसान न हो, इसलिए डिजिटल माध्यम से पढ़ाई का इंतजाम किया जाए। इसके साथ ही ये छुट्टियां उन इलाकों में भी जारी की गई हैं जहां बाढ़ और महामारी की स्थिति ने हालात को गंभीर बना दिया है।
इसके अलावा 12 अगस्त को राष्ट्रीय और सांस्कृतिक महत्व के चलते भी देशोंभर में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था। इस दिन सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहे जो छात्रों व शिक्षकों को विश्राम और सांस्कृतिक उत्सव मनाने का अवसर देता है।
सरकार की ओर से यह भी अपील की गई है कि सभी अभिभावक, छात्र और शैक्षणिक संस्थान प्रशासन को आदेशों का सख्ती से पालन करना चाहिए। स्थानीय प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देशों के अनुसार चलना ही इस स्थिति में सुरक्षित उपाय होगा।
किस-किस राज्य में स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे?
अगस्त 2025 में जारी आदेश के अनुसार, भारी बारिश और बाढ़ की वजह से निम्नलिखित राज्यों में स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे:
- पंजाब: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार, 7 सितंबर तक सभी सरकारी और निजी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे।
- हिमाचल प्रदेश: राज्य के अधिकांश जिलों में लगातार बारिश के चलते 7 सितंबर तक स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे।
- जम्मू-कश्मीर: जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी संस्थान 30 अगस्त तक बंद रहेंगे।
- उत्तर प्रदेश: प्रयागराज जिले सहित कई जिलों में अगस्त के अंत तक स्कूल बंद रखने के आदेश जारी हुए हैं।
- राजस्थान: भारी बारिश की वजह से कुछ जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश।
- दिल्ली-एनसीआर: कई इलाकों में भारी बारिश के चलते अस्थायी बंदिशें।
यह आदेश सभी बोर्डों (जैसे सीबीएसई, आईसीएसई, यूपी बोर्ड आदि) के तहत आने वाले स्कूल-कॉलेजों के लिए समान रूप से लागू हैं। आदेश जारी करने के पीछे सबसे बड़ा कारण छात्र-शिक्षक की सुरक्षा, जलभराव और आपदा की स्थिति से बचाव है।
सरकार की योजनाएं और ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था
इन बंदिशों के दौरान, सरकार ने ऑनलाइन कक्षाओं को बढ़ावा देने की भी योजना बनाई है। शिक्षा मंत्रालय और राज्य के संबंधित विभागों ने सभी स्कूलों को अधिसूचना जारी की है कि जहां भी इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है, कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए डिजिटल माध्यम से पढ़ाई जारी रखी जाए।
यह योजना इसलिए है ताकि भारी खराब मौसम के कारण छात्रों को पढ़ाई से कोई परेशानी न हो और वे लगातार अपनी पढ़ाई में लगे रहें। साथ ही, शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऑनलाइन कक्षाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें।
सरकार ने इस बार त्योहारों और प्राकृतिक आपदाओं को ध्यान में रखते हुए छात्रों के लिए छुट्टियों का समुचित प्रबंधन किया है ताकि शिक्षा के साथ-साथ सुरक्षा भी बनी रहे। स्कूल-कॉलेज बंद होने के कारण छात्रों को पढ़ाई छोड़ने की बजाय एक बेहतर विकल्प दिया गया है।
निष्कर्ष
इस बार की छुट्टियां सरकार द्वारा छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रख कर दी गई हैं। भारी बारिश और बाढ़ के कारण स्कूल-कॉलेज बंद करने की ये व्यवस्था छात्रों के हित में है। साथ ही, ऑनलाइन पढ़ाई के लिए कदम बढ़ाए गए हैं ताकि शिक्षण कार्य जारी रहे। सरकार का यह निर्णय सुरक्षा और शिक्षा दोनों के संतुलन को बनाए रखने का प्रयास है। अतः सभी से आग्रह है कि वे इन आदेशों का पालन करें और सुरक्षित रहें।